अंग्रेज़ों की कचहरी में ही फैल्टकैपों की जलाई थी होली 01 जून 2021आज की बात (Today's trend)
01 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रो ! आज की बात में जिस शख्सियत का हम जिक्र करने जा रहे हैं वह शख्सियत वाकई एक यादगार छाप इस देश के लिए छोड़ कर गई है। आजादी की जंग में तो हजारों लाखों सेनानियों ने अंग्रेजों से जंग की थी, मगर इस शख्सियत ने तो अंग्रेजों से आजादी की जंग तो समाज से छुआ-छूत, ऊंच-नीच और तमाम भेदभाव की नीतियों के खिलाफ खड़े होकर देश की विषमताओं को षमताओं और भेद को मिटा भाव बदलने भरपूर कार्य किया। श्री ज्ञानेंद्र जी का जन्म आज के ही दिन सन 1911 में आगरा के खांड़ा-बरहन ग्राम में एक कुलश्रेष्ठ परिवार में हुआ था। 7 वर्ष की आयु में माता-पिता का साया सर से हट गया तो आप अपने फुफेरे भाई पार्वती प्रसाद जो ग्वालियर में 'जयाजी प्रताप' के संपादक थे, के पास चले गए। जहां आपने हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की। उसके बाद आप बरहन निवासी जयंती प्रसाद जो महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम में ही रहते थे, के संपर्क में आए और यहाँ से खादी और देश की आजादी के कार्य में रम गये। इसी दौरान आपने आगरा सिविल कोर्ट...