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Showing posts from June, 2021

नौकरी छोड़ देश सेवा को चुना इस पत्रकार ने 23 जून 2021 आज की बात (Today'strend)

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23 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रो आज की बात में हम आपसे एक ऐसी पत्रकार शख्सियत से मुलाकात कराने जा रहे जो भले ही आज हमारे बीच न हो, लेकिन देश और समाज के लिए उन्होंने अपनी रोजी-रोटी को छोड़ देश के लिए आंदोलन को अपनाया था। बात सन् 1921 में असहयोग आन्दोलन के दौरान की है। जब महात्मा गाँधी के सरकारी नौकरी छोड़ने के आह्वान पर स्कूल इंस्पेक्टर पद से मुंशी प्रेमचंद ने आज ही के दिन 23 जून को त्यागपत्र दे दिया था।          लेखन में पत्रकारिता और कहानी के मर्मज्ञ रहे मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी जिले (उत्तर प्रदेश) के लमही गाँव में एक कायस्थ परिवार में हुआ था। उनकी माता का नाम आनन्दी देवी तथा पिता का नाम मुंशी अजायबराय था। जो लमही में डाकमुंशी थे। उनका वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था। मुंशी जी की आरम्भिक शिक्षा फ़ारसी में हुई। बताते हैं माता-पिता का साय उठने से उनका आरंभिक जीवन काफी संघर्षमय रहा था। पन्द्रह वर्ष के हुए तब उनका विवाह कर दिया गया था। उनके सोलह वर्ष की अवस्था में  पिता का भी देह...

आजादी वीर ढकपुरा के गंगाप्रसाद 13 जून 2021 आज की बात (Today'strend)

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13 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रों! आइये  एक बार फिर से आजादी के दीवानों की चर्चाओं में मशगूल हो जाते हैं। इस बार ब्रज की द्वार दहरी हाथरस नगरी के गांव ढकपुरा की ओर रूख करते हैं। यहां से उस शख्सियत का पता चलता है, जिसने देश और समाज के लिए अपनी जिंदगी के बेशकीमती वर्ष तो लगाए ही साथ ही सुख और शांति को दरकिनार करते हुए अंग्रेजों की अमानवीय यातनाएं सहन की। आपने क्षेत्र में घर से दूर रहकर सैकड़ों रातें कष्ट में जीवन के साथ बिताई। ऐसे महान सपूत का नाम है श्री गंगा प्रसाद पाठक पुत्र उमराव सिंह  पाठक। इनका जन्म आज ही के दिन सन 1901 में गांव ढकपुरा में ही हुआ था। यह किशोरावस्था में पैर रखी ही रहे थे कि आजादी की मिसाल की एक चिंगारी इनके ऊपर भी पढ़ी और यह देश की आजादी के दीवाने हो गए। 1921 में आप आजादी की गतिविधियों में लिप्त होते पाए तो अंग्रेजों ने इनको जेल भेज दिया। इस के बाद सन 1930 में लगान बंदी के विरोध में यह गिरफ्तार हुए। इसमें छह मास की कठोर जेल और ₹ 250 का आपको जुर्माना हुआ।  1933 में आप व्यक्तिगत आंदोलन के सिलसिले में हाथरस में ह...

लैनियां का लेना और दैनियां का देनाएक आत्म लेखन (ऐम्स में जन्मा था ब्रजद्वार का यह जातक) 10 जून 2021 आज की बात (Today'strend )

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10 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रो! आज एक ऐसे जातक की बात को लेकर जिक्र करते  है। जिसकी जन्म से लेकर अब तक के जीवन सफर की बात करें तो यह कहावत सिद्ध होती है कि ........ "लैनियां को लैनो और दैनियां को देनों" अर्थात जीवन, यौनि, कर्म और विकर्म   इन सभी शब्दों का वास्तविक अर्थ इस संसार से ही होकर गुजरता है। इसलिए आपके पास कष्ट हैं तो क्षोभ मत करिये और सुख हैं तो मान मता करिये। क्योंकि दोनों ही स्थितियों में प्रभु की कृपा ही आपके पास होती है। आइये करते हैं इस जातक के जीवन का अध्ययन...........👇👇 आजके की दिन प्रभु कृपा से एक शिशु ने मानव यौनि में भारत की राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय संस्थान ( All India Institute {ऐम्स-aims}) में माता श्रीमती कैलाशी देवी के गर्भ से जन्म लिया था। इस जातक के जन्म लेते ही माँ के जीवन से बाँझ शब्द का कलंक हट गया था। क्योंकि इस जातक का जन्म स्व. श्रीमती कैलाशी देवी  पत्नी स्व. सुरेन्द्र कुमार दीक्षित के विवाह से बीस (20) वर्ष उपरांत हुआ था। तिथि वट अमावस्या की थी और दिनांक 25 मई 1971 की रात के 10 बज ...

आज है प्राकट्योत्सव दंडाधिकारी शनिदेव महाराज का 09-10 जून 2021 आज की बात (Today'strend)

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09-10 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रो! आज की बात में हम एक बार फिर से धर्म और कर्म की ओर मुड़ते हैं। आजका दिन दंड के देवता यानी शनिदेव के प्राकट्योत्सव के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं की माने तो ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनिदेव जी का जन्म हुआ था। जबकि अंग्रेजी माह के अनुसार इस बार शनि जयंती 10 जून 2021 बृहस्पतिवार की है। साथ ही यह दान-पुण्य, श्राद्ध-तर्पण पिंडदान की अमावस्या भी है और इसी दिन वट सावित्री व्रत भी है। शनिदेव हैं न्यायाधीश : शनिदेव न्याय के देवता हैं उन्हें दण्डाधिकारी और कलियुग का न्यायाधीश कहा गया है। वे कर्मफल प्रदान करने वाले देवता हैं। अर्थात शनिदेव बुरे कर्म करने वालों के शत्रु और अच्छे कर्म करने वालों के मित्र हैं। मान्यता है कि कुंडली में सूर्य है राजा, बुध है मंत्री, मंगल है सेनापति, शनि है न्यायाधीश, राहु-केतु है प्रशासक, गुरु है अच्छे मार्ग का प्रदर्शक, चंद्र है माता और मन का प्रदर्शक, शुक्र है- पति के लिए पत्नी और पत्नी के लिए पति तथा वीर्य बल। अच्छे कर्मों के आधार पर खूशहाली प्रदाता :-  समाज में कोई व्य...

आजादी के लिये सही तीनों ने अमानवीय यातिनायें, एक मित्र हुआ शहीद 08 जून 2021 आज की बात (Today'strend)

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08 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रो!  आज की बात में फिर हम एक शहादत को नमन करेंगे। हम ऐसी तीन शख्सियतों के विषय में चर्चा करने जा रहे हैं जिनका जीवन मूल्य ही मात्रभूमि की आजादी था। जिनके नाम हैं श्रीमान लीला, श्रीनिवास शर्मा व श्री जगदीश उर्फ जग्गो। यह तीनों ही बाल्यावस्था से ही सेनानी और क्रांतिकारियों की सेवाओं में तत्परता से कार्य करते थे। बच्चा होने के कारण अंग्रेजों का ईन पर ध्यान नहीं जाता था और यह महत्वपूर्ण सूचनायें आजादी वीरों को  जो जमे रहते हैं पिच पर, शतक भी वही लगाते हैं। तालियां बजती हैं उनके सम्मान में। देश का मान भी वही बढ़ाते हैं। यह जिन्दगी एक खेल ही है। जो संभल कर खेलते हैं। वही इतिहास लिखते है। जो चूक जाते है जिंदगानी का दामन छूट जाता है। आत्मविश्वास जमाने की जंग को जीत का एक सिंबल है। यह जीत का सिंबल चाहिए और चहते हैं आप सफलता तो हम हैं आपके साथ। आइये सफलता का एक अच्छा प्लेटफॉर्म है हर्बलधारा (Herbaldhar) न कोई रिस्क,  न कोई झंझट। सिर्फ और सिर्फ अपने घर का सामान खरीद ने से शुरू हो जाता है आपका अपना बिजनेस। ...

क्या है सोमवार प्रदोष व्रत ? क्यों करना चाहिए ? 07 जून 2021 (Today'strend)

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07 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रो! आज की बात में भी हम धर्म की ही चर्चा करेंगे। क्योंकि लगातार एकादशी के बाद हमको सोमवार प्रदोष व्रत के विषय में कुछ जानने समझने का अवसर मिल रहा है। बताया जाता है कि आज यानी सोमवार को जून का पहला प्रदोष व्रत है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सोमवार को सुबह 08 बजकर 48 मिनट तक द्वादशी है। फिर त्रयोदशी तिथि आरंभ हो जायेगी। विद्वजनों के मुताबिक  प्रदोष व्रत  जिस प्रकार प्यास के लिये पानी जरूरी है। ठीक उसी प्रकार सफलता के लिए स्वप्न देखना जरूरी है। जिसके जितने बड़े सपने होते है, उनकी सफलता भी उतनी बड़ी होती है। क्योंकि सपने सजोकर रखने के लिए नहीं होते, सपनों को तो साकार किया जाता है। सपने जभी साकार होते है,  तब आप बहाने छोड़ देते हैं। अगर आपने भी देखे है कुछ सपने और चाहते हैं उन्हें साकार करना तो आइये मिलाइये हाथ और ले लीजिये हमारा साथ। हमारा तो बहानों से दूर-दूर तक का कोई रिश्ता नहीं है। आपको भी छोड़ ने होंगे बहाने और पानी होगी सफलता। तो आइये और लग जाइये आज से और अभी से: -👉   हमारा संपर्क सूत्र +91...

आज अपरा एकादशी है 06 जून 2021 आज की बात (Today'strend)

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06 जून 2021 आज की बात (Today'strend) नमस्कार मित्रो! आइये आज कुछ धर्म की बात करते हैं सनातन धर्माअनुसार आज 06 जून 2021 यानी रविवार को अपरा एकादशी व्रत का श्रेष्ठ समय है। हालांकि हिन्दु पंचांग के अनुसार अपरा एकादशी तो 05 जून सुबह 04 बज कर 07 से आरंभ हो चुका है। जो रविवार सुबह 06 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। चूंकि सनातन धर्म में उदिया (सूर्य के उगते समय जो तिथि) प्रावधान है। इसलिए अपरा एकादशी महात्म्य 06 जून यानी रविवार को ही बनता है। क्या है ? अपरा एकादशी का महात्म्य श्री कृष्ण कहते हैं, "युधिष्ठिर जेष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम अपरा एकादशी है। अपरा संसार समुद्र से पार करने वाली है। अपरा एकादशी के व्रत से महा पापों का नाश होता है। युद्ध भूमि से पीठ दिखा कर भाग क्षत्रिय को धर्मशास्त्र नर्क का अधिकारी कहता है। यदि वह भी अपरा एकादशी का व्रत कर ले तो निश्चय ही स्वर्ग हो जाएगा।  माता-पिता तथा गुरु की निंदा करनेवाले को धर्म-नीति नरक का भागी बताती है, परंतु अपरा एकादशी का व्रत उसे वैकुंठ का अधिकारी बना देता है। जो फल बद्रिकाश्रम में निवास करने स...