Posts

Showing posts from February, 2023

इसको पढ़ने से आपका भाग्य बदल जायेगा

Image
*भाग्य बदलना है तो इसको पढ़ो*👇 आपने इस कहानी को मन, बुद्धि और और ध्यान से पढ़ा तो निश्चित ही *आपका भाग्य बदल जायेगा।* कहानी 👉 एक व्यक्ति जिसकी मृत्यु होने वाली थी, लेकिन उसको पता नहीं था ? उसके दरवाजे पर अचानक  मानव भेष में मृत्यु के देवता यमराज पहुंचते हैं और दरवाजा  खटखटाते हैं। वह व्यक्ति आता है तो यमराज कहते हैं बहुत प्यास लगी है, क्या पानी मिलेगा ? वह व्यक्ति अंदर जाता है और उन्हें (यमराज) को पानी का ग्लास दे देता है। पानी पीने के बाद,  यमराज कहते हैं मैं यमराज हूँ। तुम्हारा समय पूरा होने वाला है और तुम्हे लेने आया हूँ। यह सुनते ही उसकी हालता खराब हो जाती है और वह डर जाता है। यमराज कहते हैं! डरो मत तुमने मुझे पानी पिलाया है। यह लो डायरी तुम्हारे पास पांच मिनट का वक्त है, इसमें जो लिख दोगे वही हो जायेगा। यह सुनते ही उसके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ जाती है। क्योंकि अभी तो उसको मौत के दर्शन हो रहे थे और अचानक जीवन की खुशी मिली। उसने यमराज से वह भाग्य बदलने वाली डायरी और पैन लिया। जैसे ही उसने डायरी का *पहला* पन्ना खोला दंग रह गया। उसमें लिखा था...

वह मर कर के भी हमें अपना गुलाम बनाये हुए है

Image
वह मर कर भी हमें गुलाम बनाये हुऐ है हम स्वतंत्र, लेकिन आर्थिक गुलामी क्यों ? आर्थिक गुलामी का सूत्रधार "नौकरी" और नौकरी के चक्रव्यूह की सीढ़ी शिक्षा पद्वति की अनवरतता एक बहुत ही चिंतनीय बात अगर आप पढ़ते हैं तो आभार होगा 👇 हम रहते भारत में हैं, लेकिन सीखना अंग्रेजी चाहते हैं। अन्न भारत का खाते हैं, लेकिन प्रोडक्ट विदेशी खरीदते हैं। जन्म भारत में लिया है, लेकिन पढ़ाई के बाद विदेशी कल्चर को अपनाने में अपनी शान समझते हैं। मजे की बात तो यह है कि यह सब आप खुद नहीं कर रहे, बल्कि आप पर कराया जा रहा है और कौन करा रहा है उसकी जानकारी सुन कर तो आप चौंक जायेंगे। क्योंकि आप से यह सब कराने वाला कोई जीवित व्यक्ति नहीं, बल्कि अब इस संसार में नहीं है। यह उसकी एक सोची समझी साजिश थी कि मैं जब तक जीवित हूंगा, भारतीयों मजबूर करता रहूँगा और ऐसा कर के छोड़ जाऊंगा कि मेरे बाद भी यह शरीर से भारतीय होंगे  क्योंकि भारत में जन्म लेंगे, लेकिन सोच से अंग्रेजियत में रचेपचे होंगे। आज वह ही हो रहा है जो वह चाहता था। आज  हम जम कर अंग्रेजी के शब्दों का प्रयोग करते हैं। भले ही हम पर कक्...

मन को जोड़ मस्तिष्क से और हर्बलधारा से पाइये हमेशा के लिए हर्ष

Image
*मन को जोड़ मस्तिष्क से और हर्बलधारा से पाइये हमेशा के लिए हर्ष* *- नोटों से भरे रहेंगे पर्स* सोच से स्वप्न साकार होते हैं, लेकिन सोच को कर्म में कन्वर्ट करने से। सोच जब सार्थक होती, तबकि सोच का कनेक्शन "मन" और "मस्तिष्क" से करदिया जाय। केवल मन से कनेक्शन हमको सफलता नहीं दिलाता है। क्योंकि "मन" में चिंतन करने की क्षमतायें नहीं होती। जबकि मस्तिष्क चिंतन और मनन करने में पारंगत होता है। बस आपको उसकी मेमोरी में सब्जेक्ट डालना होता है। जब मस्तिष्क में सब्जेक्ट जाता है तो वह अच्छा-बुरा, सफलता-असफलता और उचित-अनुचित आदि के विषय में अपने थोट (चिंतनीय परिणाम) देता है, लेकिन हम यानी कि 95% लोग अपने "मस्तिष्क" के बजाय "मन" की मान बैठते हैं और परिवार उल्टे निकलते हैं। फिर हम सिस्टम में कमियां निकालते हैं या फिर सीनियर यानी गुरुजन को कोसते हैं, लेकिन किसी और में कमी निकालने या फिर किसी को कोसने से पैसा जनरेट नहीं होता है। पैसा तो पारंगतता (विषय की पूर्ण जानकरी) से आता है। इसलिए "मन" की लगाम मस्तिष्क को दे दें और लग जायें अपने का...

खुद की दुकान खुद का सामान और खुद का ही मुनाफा

Image
*खुद की दुकान, खुदका सामान और खुदका ही मुनाफा* *- बिना पैसा लगाये मजबूरी को करे मजबूती में कन्वर्ट* समझना है तो मिलाइये हाथ और पढ़ डालिए पूरा मेटर नमस्कार साथियो! 🙏 आइये काम पर कुछ चर्चा करते हैं। एक शब्द है "करोड़ पति" देखने और सुनने में बहुत अच्छा लगता है, लेकिन बनने के लिए वर्क (कार्य) करना पड़ता है। मगर सोच और कर्म पर सब निर्भर करता है। सोच ही साकार करती है और सोच ही विकार (रोग) पैदा करती है। सोच को बदलना होगा। सोच को बदलने के लिए संगत (सुसाइटी) ज्योइन करनी होगी अर्थात अच्छे मित्र तलाश ने होंगे। अगर विचारक बनना है तो चिंतन करने वाले मित्र तलाशने होंगे, खिलाड़ी बनना है तो खेल में पारंगत मित्रों की तलाश करनी होगी, विल्डर बनना है तो इंजीनियर, सेलर, और विल्डिंग मैटेरियल सप्लायर आदि से दोस्ती करनी होगी और यदि बिजनेस करना है तो अपने बिजनेस क्षेत्र के लोगों से संबंध प्रगाण करने होंगे। मित्र, गुरु और ज्ञानी,  जिस क्षेत्र में वर्क करना चाहते उस क्षेत्र के जानकार लोगों की संगत बहुत आवश्यक है। इसी प्रकार विदेशों में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस भले ही 50-60 वर्ष पुराना हो गया...